tag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post7530247439349373765..comments2024-01-19T00:39:14.508-08:00Comments on जज़्बात...दिल से दिल तक: शब्द....किसके हैं ये शब्द?इमरान अंसारी http://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-86058253925856563772012-08-15T06:18:39.477-07:002012-08-15T06:18:39.477-07:00bhai Emran ji .......shabdo pr etani gahari sameek...bhai Emran ji .......shabdo pr etani gahari sameeksha ....bilkul lajabab prastuti lagi ....sadar badhai ke sath abhar bhiNaveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-87715583967130465402012-08-14T08:03:30.324-07:002012-08-14T08:03:30.324-07:00शब्द ही शब्द को समझता हैं ...खूबसूरत अहसास ..शब्द ही शब्द को समझता हैं ...खूबसूरत अहसास ..Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-15118462262191315852012-08-06T02:23:12.654-07:002012-08-06T02:23:12.654-07:00बहुत बहुत शुक्रिया रश्मि जी जज्बातों को समझने के ल...बहुत बहुत शुक्रिया रश्मि जी जज्बातों को समझने के लिए ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-90456964061863704372012-08-06T02:15:00.634-07:002012-08-06T02:15:00.634-07:00पूरी पोस्ट एक ईमानदार अभिव्यक्ति है और अपनी पसंद क...पूरी पोस्ट एक ईमानदार अभिव्यक्ति है और अपनी पसंद को अपना मानना बिल्कुल गलत नहीं . सच भी है - कहना था हमें , कह गए वो ...रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-91237048974411062212012-07-25T02:14:57.188-07:002012-07-25T02:14:57.188-07:00यशवंत जी.....शुक्रिया जैसा की मैंने पोस्ट में ही ल...यशवंत जी.....शुक्रिया जैसा की मैंने पोस्ट में ही लिखा है की मेरा ये संकलन मेरे ब्लॉग लिखने से बहुत पहले का है और तब या अब भी मैंने नामों को तरजीह नहीं दी.....कई का वाकई मुझे पता नहीं है पता होता है तो मैं ज़रूर लिखता हूँ जैसे गुलज़ार साहब और अन्य कई....ग़ालिब साहब के लिए अलग से ब्लॉग बनाया है क्योंकि वो पहले शायर है जिन्हें मैंने पढ़ा और उनके नाम से पढ़ा.....दूसरे मेरी किसी पोस्ट में खुद मेरा नामAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-25683615212334358362012-07-25T01:05:34.065-07:002012-07-25T01:05:34.065-07:00बहुत अच्छी बात कही है इमरान जी फिर भी जैसा कि संगी...बहुत अच्छी बात कही है इमरान जी फिर भी जैसा कि संगीता आंटी ने कहा जिस भी शायर की गजल लें अगर वो आपकी नहीं है तो उन शायर का नाम भी दे दें। जज़्बात और मूल शब्दों को कोई चुरा नहीं सकता लेकिन फिर भी मेरी समझ से यह वर्गीकरण तो होना ही चाहिये कि कौन सी पोस्ट मूल रूप से आपने लिखी है और कौन सी आपने किसी और शायर की ली है। <br />आशा है अन्यथा नहीं लेंगे। <br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-87752617840126084532012-05-11T02:57:55.002-07:002012-05-11T02:57:55.002-07:00अपनी बातो को आपने बहुत ही सहज ता से व्यक्त की
है.....अपनी बातो को आपने बहुत ही सहज ता से व्यक्त की<br />है..अच्छा लगा आपकी मन की बाते जानकर :-)<br />शब्द पर बहुत ही बेहतरीन और गहन चिंतन लिए है आपकी रचना...<br />बेहतरीन.....मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-82866338196731664132011-04-07T04:23:48.793-07:002011-04-07T04:23:48.793-07:00इमरान साहब...
आपकी बेबाकी और साफगोई की तारीफ किये...इमरान साहब...<br /><br />आपकी बेबाकी और साफगोई की तारीफ किये बिना मुझसे रहा नहीं गया !<br /><br />पहले तो मैंने आपकी नज़्म ही पढ़ी,फिर टिप्पणी लिखते समय कुछ टिप्पणियाँ पढ़ीं और आपका ऊपर लिखा लेख भी..आपके शब्दों के चयन की तारीफ करना चाहूंगी जो आपने अपनी बात को बिना किसी की भावना को ठेस पहुंचाए लिखा है.....नज़्म की खूबसूरती उस से और भी बढ़ गई है...!!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-21257380036055299372011-04-06T10:17:51.021-07:002011-04-06T10:17:51.021-07:00aap ke harek shabd mae aapki schhai jhlkti hae.. a...aap ke harek shabd mae aapki schhai jhlkti hae.. aap ka kaam prshansniy hae...fir kahte hae na..."kuch to log kahege, logo kaa kaam hae kahna."....Keep up the good work..poonamhttps://www.blogger.com/profile/04677328032743055038noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-15602870477289535112011-04-06T08:47:59.514-07:002011-04-06T08:47:59.514-07:00इमरान ,हो सके तो अपनी हिम्मत भी बाँट दो जैसे जज्बा...इमरान ,हो सके तो अपनी हिम्मत भी बाँट दो जैसे जज्बात बाँटते हो..ब्लॉग जगत में सच कहने वालों की संख्या नगण्य ही है .आपकी टॉप -टेन लिस्ट में मैंने झलक देखा था ..आज मान गयी ..सलाम है आपकोAmrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-37292442434628166992011-04-03T20:39:50.804-07:002011-04-03T20:39:50.804-07:00@ संगीता जी आभार आपका टिप्पणी के लिए.......शब्दों ...@ संगीता जी आभार आपका टिप्पणी के लिए.......शब्दों की चोरी कैसे हो सकती है जब शब्दों पर किसी का अधिकार ही नहीं बनता.....फिर भी किसी को ऐसा लगता है तो क्या किया जा सकता है |Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-89708567795660190452011-04-02T12:31:01.766-07:002011-04-02T12:31:01.766-07:00स्वयं को स्पष्ट कर दिया है ..अब पाठकों को सोचने द...स्वयं को स्पष्ट कर दिया है ..अब पाठकों को सोचने दीजिए ...दरअसल ब्लॉग पर अक्सर लोग व्यक्तिगत लेखन ही ज्यादा पोस्ट करते हैं ...और यदि संकलन की गयी पोस्ट लगाते हैं तो उस पर यह लिख देते हैं कि यह किसकी है ... वरना लोग चोरी का आरोप भी लगा देते हैं ... <br /><br />शब्द पर रचना बहुत गहन भाव लिए हुए है ..अच्छी प्रस्तुतिसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-16893048857086780652011-04-02T03:55:40.265-07:002011-04-02T03:55:40.265-07:00इमरान जी ,
शुक्रिया अपनी सोच को शब्द देने के लिए ....इमरान जी ,<br />शुक्रिया अपनी सोच को शब्द देने के लिए ..शब्द पर लिखी रचना बहुत सटीक है....मुदिताhttps://www.blogger.com/profile/14625528186795380789noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-50644604794636721592011-04-01T20:37:24.400-07:002011-04-01T20:37:24.400-07:00आप सभी लोगों का तहेदिल से शुक्रिया वक़्त देने और ह...आप सभी लोगों का तहेदिल से शुक्रिया वक़्त देने और हौसला बढाने का....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-69394719462484197022011-04-01T03:25:05.896-07:002011-04-01T03:25:05.896-07:00इमरान जी
जज़्बा होना चाहिये और वो आपमे है और उसके स...इमरान जी<br />जज़्बा होना चाहिये और वो आपमे है और उसके सभी कद्रदान हैं……………शब्दो की बहुत ही सुन्दर और गहन व्याख्या की है कुछ इससे मिलता सा ही मैने भी अभी लिखा था एक प्रयास ब्लोग पर ………निस्वार्थ्………शब्दो के माध्यम से ही……………शायद ऐसा ही कुछ कहने का प्रयास था।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-13702080219172367182011-03-31T13:56:37.038-07:002011-03-31T13:56:37.038-07:00बहुत सुंदर ..... आपके व्यक्तित्व का यह पक्ष और आज ...बहुत सुंदर ..... आपके व्यक्तित्व का यह पक्ष और आज की रचना ....आभार डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-33727194530557169662011-03-31T02:41:39.645-07:002011-03-31T02:41:39.645-07:00आपकी सोच और कविता दोनों ही बेजोड़ लगीं...
नीरजआपकी सोच और कविता दोनों ही बेजोड़ लगीं...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-29168346254595548762011-03-31T02:21:33.353-07:002011-03-31T02:21:33.353-07:00बहुत गहन चिंतन ..बहुत सुन्दर प्रस्तुतिबहुत गहन चिंतन ..बहुत सुन्दर प्रस्तुतिKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-78692892488870882392011-03-31T00:44:50.101-07:002011-03-31T00:44:50.101-07:00@ अनीता जी आभार 'टी वी टुट' का मतलब बताने ...@ अनीता जी आभार 'टी वी टुट' का मतलब बताने और अपनी राय देने का......इतना सारा काफी दिन बाद टाइप किया था इसलिए अशुद्धियाँ रह सकती हैं.....इस ओर ध्यान दिलाने का आभार....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-12461599764706786522011-03-31T00:43:55.437-07:002011-03-31T00:43:55.437-07:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-4114282443138478752011-03-31T00:28:51.839-07:002011-03-31T00:28:51.839-07:00इमरान जी, आपकी यह पोस्ट बहुत गहरे भाव लिये हुए है,...इमरान जी, आपकी यह पोस्ट बहुत गहरे भाव लिये हुए है, शब्दों को केवल माध्यम मानकर हम उसके पीछे छिपे सत्य तक पहुँच सकें तभी हमारी साधना सफल होगी, एक-दो जगह वर्तनी की अशुद्धियाँ हैं वैसे तो उन्हें भी नजरंदाज करके पढ़ा जा सकता है पर शब्द ब्रह्म हैं न, टी वी टुट् चिड़िया की आवाज के लिये प्रयुक्त होता है, हिंदी के बड़े कवि ने शायद पन्त जी ने पहली बार किया था, सर्वाधिकार सुरक्षित नहीं किये सो मैंने भी लिख Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-30130382856560847752011-03-31T00:04:24.306-07:002011-03-31T00:04:24.306-07:00bahut khoob.........
shavg ye to madhyam hai...bahut khoob.........<br />shavg ye to madhyam hai...Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-70386690016184257932011-03-30T23:56:42.326-07:002011-03-30T23:56:42.326-07:00@ ज्ञानचंद जी....ये आपकी ज़र्रानवाज़ी है वरना हम क...@ ज्ञानचंद जी....ये आपकी ज़र्रानवाज़ी है वरना हम किस काबिल है....<br />@ केवल राम जी आभार है आपकाAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-26908433036414170302011-03-30T21:35:17.378-07:002011-03-30T21:35:17.378-07:00आपका कहा गया एक एक शब्द सही है लेखन दिल से होता है...आपका कहा गया एक एक शब्द सही है लेखन दिल से होता है न की दिमाग से और लेखन के लिए आपको गहराई से खुद को समझना होता है ...आपका आभारकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2463026826245652094.post-24346719199487197452011-03-30T21:32:01.505-07:002011-03-30T21:32:01.505-07:00आज आपका पोस्ट पढ़ने के बाद इस बात में कोई संशय नही...आज आपका पोस्ट पढ़ने के बाद इस बात में कोई संशय नहीं रहा कि इमरान अंसारी नाम का यह सख्श एक बहुत ही बड़े ,अच्छे ,इमानदार और संवेदनशील ह्रदय का मालिक है !<br />आपकी संवेदनाशीलता ने मेरा दिल जीत लिया !<br />शुक्रिया इमरान भाई !ज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.com