अक्तूबर 31, 2011

मैं, मेरा दिल और मंज़िल


प्रिय ब्लॉगर साथियों,

आज एक नज़्म पेश-ए-खिदमत है कुछ दिन पहले जैसे कलम ने खुद जन्मी ये नज़्म......नज़्म का शीर्षक है ' मैं, मेरा दिल और मंज़िल' जैसे नाम से ज़ाहिर है नज़्म में मंज़िल को लेकर 'मैं और मेरे दिल' के बीच की कशमकश है...........शायद कुछ लम्बी हो गयी है आपसे दरख्वास्त है की थोडा सा वक़्त दे कर इसे पूरा ज़रूर पढ़े........बाकी आपको कैसी लगी ये ज़रूर बताएं - 

न जाने क्यूँ कभी कभी ये ख्याल दिल में आता है की निकल पडूँ
किसी ऐसी जगह जहाँ दुनिया का गम न हो 
और न हो किसी की जुस्तजू
मगर इस दिल का क्या करूँ, शायद वहाँ भी न लगे
और माँगे कुछ दर्द, जो जाने हो या अनजाने 
कुछ आदत सी हो गयी है इस वीराने दिल को दर्द की
हर घड़ी, हर पल बेचैन सा क्यूँ रहता है ये दिल
न जाने कब कहाँ जाकर ख़त्म होगा ये सफ़र?
कहने को तो कट ही जायेगा ये सफ़र कभी न कभी
मगर क्या सुकूँ मिलेगा इस दिल को ख़ाकसार होने के बाद भी?

हर रात को ये दिल मेरा कहता है मुझसे कि ए ! मुसाफिर
तू इसलिए नहीं बना कि यूँ पैरों में बेड़ियाँ डाल कर पड़ा रह
और मनाता रहे मातम कि लगता ही नहीं दिल कहीं 
आज़ाद परिंदों कि तरह परवाज़ ही तेरा मुक़द्दर है 
परवाज़ के बगैर तो परिंदों के परों को भी जंक लग जाती है 
और अगर यूँ ही पड़ा रहा तो लग जाएगी जंक तुझे भी

कभी सन्नाटे में आसमान कि तरफ देख 
क्या तुझे नहीं सुनाई पड़ती वो आवाजें, जो जाने कहाँ से आती हैं?
चाँद के आस-पास जो नूर बिखरा पड़ा है, शायद वहां से,
या फिर इन सितारों से, या दूर कहीं वीरानों से,
ये आवाज़े हैं जो खींचती है इस दिल को 
और तब ये दिल खींचता है मुझको 
कभी कहता कि चल मुसाफिर 
चल के बैठे दरिया के किनारे और करें कुछ बातें
पर थोड़ी ही देर बाद कहता नहीं, रास्ता गलत चुना
चल चलके भटकते हैं दश्त के वीरानों में, पर वहाँ सुकुन कहाँ?
या चल रात में तारों को देखते हैं, शायद इन्हीं में कहीं मंजिल हो

कभी जब बरसात में भीगा-भीगा सा समां हो 
और दरख्तों के पत्तों से टपक रही हो कुछ बूँदे
जैसे ज़मीन पर दस्तक दे रहीं हो,
और अगर रात में हो बरसात और चाँद झाँक रहा हो बादलों में से  
चाँदनी कि चादर ने ढक लिया हो पूरे समां को 
और तब कहीं से सुनाई पड़े एक संगीत 
जो रूह को अन्दर तक भिगो जाये
तब तन्हाई लपेट ले इस जिस्म को और ये हूक़ सी उठे कहीं से
कि काश कोई साथ होता इस वक़्त तो इस बारिश, इस चाँदनी 
हर चीज़ में मदहोशी सी होती,  तब फिर देता अचानक आवाज़

ए ! मुसाफिर कहाँ खो गए ? क्या मंजिल नहीं पानी?
पहले चल के मंजिल को ढूंढेंगे, पर रास्ते में ठिठकना नहीं
साथी कि तलाश में रहे तो मंजिल भी जाएगी
और रास्ते से भटकने कि तोहमत भी लग जाएगी 
अँधेरे में रहकर पहले रौशनी कि तलाश करो

मैं कहूँ इससे कि अगर रौशनी मिल जाये 
तो तू ठहर जायेगा, मिलेगा सुकूं तुझे?
नहीं...जवाब देगा सुकूं इंसान के लिए नहीं बना 
वो सिर्फ एक जगह मिलता है और वो है मंज़िल
चल उठ मुसाफिर और चल तलाश में मंज़िल की
परिंदे कभी नहीं रुकते, क्योंकि 
परवाज़, परवाज़ और परवाज़, ये परिंदों का मुक़द्दर है
ये परिंदों की जिंदगी है इसमें रिश्तों की बेड़ियाँ मत डाल 

मैं कहूँ की अगर परिंदों को भी हमसफ़र की ज़रूरत हो तो?
तो कहेगा की अगर सागर पर परवाज़ कर रहे हो 
तो क्या गहरे नीले पानी की सतह पर हमसफ़र को ढूंढोगे?

हमसफ़र वहीँ है जहाँ मंज़िल है 
जहाँ मंज़िल नहीं वहाँ रास्ता नहीं
जहाँ रास्ता नहीं वहाँ सफ़र नहीं
जब सफ़र नहीं तो हमसफ़र कैसा?

तोड़ दो साड़ी बेड़ियाँ और उठो मुसाफिर
आओ निकल पड़े इस सफ़र पर बगैर हमसफ़र के
ढूँढने से कभी न कभी तो मिल ही जाएगी मंज़िल भी
             --------------------------------------------                                

ख़ाकसार   - मिट्टी में मिलना 
दश्त         -  जंगल 
दरख्तों     -  पेड़ों 

अक्तूबर 05, 2011

मेरी टॉप 10 लिस्ट - 2


प्रिय ब्लॉगर साथियों,

आज एक बार फिर आप सब से रूबरू हो रहा हूँ | आज मेरे ब्लॉग को शुरू हुए दो साल पूरे हो गए हैं....... उन सब लोगों का तहेदिल से शुक्रगुज़ार हूँ जिन्होंने अपना कीमती वक़्त इस ब्लॉग को दिया और हौसला अफजाई की| पिछले साल इसी मौके पर मैंने आप सब को अपनी ब्लॉग टॉप टेन लिस्ट से अवगत कराया था....आज एक साल बाद फिर हाज़िर हूँ अपनी टॉप टेन लिस्ट लेकर.........इस एक साल में बहुत कुछ बदल गया........कुछ पुराने ब्लॉगरों ने लिखना या तो बंद कर दिया या कम कर दिया  और वहीँ कुछ नए ब्लॉग मिले जिन्हें पढना एक सुखद अहसास देता है|

पिछले एक साल में कुछ बहुत अच्छे रचनाकारों को पड़ने का सौभाग्य मिला......जिनमे से कुछ ब्लॉग मुझे बेहद पसंद आये......आज अपनी पसंद के टॉप 10  ब्लॉग आपके साथ बाँटना चाहता हूँ, जिसके पीछे मेरी मंशा यही है की लोग एक-दूसरे को जान सके......

मैंने यहाँ किसी ब्लॉग को उसके रचनाकार के  तजुर्बे, उम्र, उसके फॉलोवर या उसकी पोस्ट पर टिप्पणीयों या किसी अन्य वजह से नहीं,.......बल्कि सिर्फ और सिर्फ उस ब्लॉग की रचनाओ को आधार बनाया है..........

दूसरी बात ये लिस्ट सिर्फ मेरी व्यक्तिगत रूचि पर आधारित है, जो पिछले एक साल में मैंने पढ़े हैं और जो मुझे पसंद आये .........कृपया इसे बिलकुल भी अन्यथा न लें.......हो सकता है किसी को मुझसे इत्तेफाक न हो|


तो शुरू करते हैं नंबर 10  से -

ब्लॉग का नाम       -  पहचान
लिंक                    - http://mahil18.blogspot.com/
ब्लॉग लेखक         -  अंजलि माहिल (ममता )

अंजलि जी का ब्लॉग मेरे लिए ज्यादा पुराना नहीं है अभी कुछ दिनों पहले ही उन्हें पढ़ा.......उनके लिखने का अंदाज़, उनकी शैली उन्हें भीड़ से अलग खड़ा करती है |

नम्बर 9  पर हैं -

ब्लॉग का नाम       - मुझे भी कुछ कहना है
लिंक                    -  http://mujhebhikuchkehnahai.blogspot.com/
ब्लॉग लेखक         -  सौरभ

सौरभ जी की गजलों का मैं क़ायल हूँ....जिंदगी की छोटी-छोटी बातो को पिरोकर कैसे वो एक शानदार ग़ज़ल का रूप देते है, उनकी ग़ज़लें मन को मोह लेने वाली हैं |

नम्बर 8  पर हैं -

ब्लॉग का नाम       -  जिंदगी....एक खामोश सफ़र
लिंक                    -  http://vandana-zindagi.blogspot.com
ब्लॉग लेखक         -  वन्दना

वन्दना जी को लगभग आप सभी जानते हैं ........पिछले साल उनके ब्लॉग पर कई उत्कृष्ट रचनायें पढने को मिली.......वंदना जी जितनी अच्छी रचनाकार हैं उतनी ही अच्छी इंसान भी|

नम्बर 7  पर हैं -

ब्लॉग का नाम       -  बस यूँ ही
लिंक                    -  http://punamsinhajgd.blogspot.com/
ब्लॉग लेखक         -  पूनम

पूनम जी के ब्लॉग को भी अभी ज्यादा अरसा नहीं हुआ पर हाँ उनका लिखा सीधा दिल को छूता है..... कभी प्रेम की ऊंचाई तो कभी उसकी गहराई को छूती उनकी रचनायें बेजोड़ हैं|

नम्बर 6  पर हैं -

ब्लॉग का नाम       -  परवाज़....शब्दों के पंख
लिंक                    -  http://meri-parwaz.blogspot.com/
ब्लॉग लेखक         -  डॉ॰ मोनिका शर्मा

मोनिका जी के ब्लॉग पर समाज से जुडी छोटी बड़ी समस्याएँ को लेकर लिखे उनके सार्थक लेख और बिना किसी विवाद के उनका यथासंभव हल देने की उनकी कोशिश के लिए मेरा सलाम उनको.....एक सुलझी शख्सियत का सुलझा हुआ ब्लॉग|

नम्बर 5  पर हैं -

ब्लॉग का नाम       -  बेचैन आत्मा
लिंक                    -  http://devendra-bechainaatma.blogspot.com
ब्लॉग लेखक         -  देवेन्द्र पाण्डेय

देवेन्द्र जी को मैं कभी 'देव बाबू' भी बोल देता हूँ......अपने आस पास चल रही घटनाओ को सरल शब्दों में बहुत गहरे अर्थों के साथ कह देते है देव बाबू |उनके ब्लॉग की कुछ पोस्ट तो मुझे बहुत पसंद आई जिसके लिए उन्हें हैट्स ऑफ |

नम्बर 4 पर हैं -

ब्लॉग का नाम       -  हरकीरत 'हीर'
लिंक                  -  http://harkirathaqeer.blogspot.com
ब्लॉग लेखक         -  हरकीरत 'हीर'


हरकीरत जी के बारे में क्या कहूँ, एक बेहतरीन फनकार, दर्द में डूबी उनकी नज्मे बेमिसाल होती हैं, हर नज़्म पर वाह ही निकलता है | अमृता प्रीतम जी को मैंने अभी कुछ दिन पहले पढ़ा है.....हीर जी की कलम अमृता जी जैसा ही अहसास कराती है |

नम्बर 3 पर हैं -

ब्लॉग का नाम       - सरोकार
लिंक                     -   http://aruncroy.blogspot.com/
ब्लॉग लेखक         -  अरुण चन्द्र रॉय

अरुण जी के ब्लॉग के बारे में इतना ही कह सकता हूँ की एक विद्रोह एक क्रांति की झलक है उनकी हर रचना में........दस में से आठ रचनाओं में से मुझे उन्हें हैट्स ऑफ बोलना ही पढ़ता है |

नम्बर 2 पर हैं -

ब्लॉग का नाम       -  Amrita Tanmay  
लिंक                     -  http://amritatanmay.blogspot.com
ब्लॉग लेखक         -  अमृता तन्मय

अमृता जी के ब्लॉग पर पिछले एक साल में बहुत कुछ बदला.....उनकी शैली उनके विषय, कुछ व्यंग्य ....पर वो जो भी विषय छूती हैं उसमे कमाल कर देती हैं उनके हिंदी ज्ञान के लिए मैं उन्हें बधाई देता हूँ |

नम्बर 1 पर हैं -

ब्लॉग का नाम       -  मन पाए विश्राम जहाँ
लिंक                     - http://anitanihalani.blogspot.com/
ब्लॉग लेखक         -  Anita

मैं जानता हूँ की अनीता जी को नम्बरों में यकीन नहीं है.....पर ये मेरा उनके प्रति सम्मान है जो मैं उन्हें इस साल के शीर्ष पर देखता हूँ.........गहन आध्यात्मिकता में डूबी उनकी रचनायें किसी दूसरी दुनिया में ले जाती हैं.....एक सुकून एक सुखद अहसास........उनसे बहुत कुछ सीखा है.....इसके आलावा कभी व्यंग्य तो कभी सम सामायिक रचनायें भी शानदार थी उनकी |

इनके आलावा और भी बहुत अच्छे ब्लॉग रह गए है, जिन्हें सिर्फ टॉप 10  होने के कारण यहाँ शामिल करना संभव नहीं है|

और अंत में एक बार फिर कहना चाहूँगा की ये लिस्ट सिर्फ मेरी व्यक्तिगत रूचि पर आधारित है, कृपया आप सबसे अनुरोध है इसे अन्यथा न लें........ये सिर्फ मेरी एक कोशिश है जिसका पास-फेल आपने ही निकालना है आपकी प्रतिक्रिया अच्छी या बुरी जैसी भी हो, ज़रूर दें|

इसी पोस्ट के माध्यम से....वंदना जी, अमृता जी, अनीता जी, पूनम जी, यशवंत जी, मोनिका जी को दिल से शुक्रिया करता हूँ क्योंकि जबसे इन लोगों ने मेरा ब्लॉग फॉलो किया है निरंतर अपनी टिप्पणीयों से उत्साह बढ़ाया है और सभी का भी शुक्रिया जो अपना कीमती वक़्त यहाँ देते हैं |